रविवार, 27 जुलाई 2008

रोकडे परिवार को मदद

प्रिय सदस्य,

हमें यह बताते बेहद दुख हो रहा है कि, हम सभी के सहकर्मी श्री. अशोक रोकडे का २४ जुलाई को दोपहर करीब चार बजे देहांत हो गया।

ईश्वर उनकी आत्मा को शांती दें.

रोकडे 'मी मराठी' चैनल में बतौर रिपोर्टर काम कर रहे थे। पिछले कुछ दिनों से 'हेपिटाइटिस ई' (पीलीया) के चलते बीमार अशोक का नाहूर के वोखार्ड अस्पताल में इलाज चल रहा था। संगठन कि तरफ़ से अध्यक्ष श्री रविन्द्र अम्बेकर ने हाल ही में अस्पताल में परिवार से मुलाकात कर उनका ढाढस बंधाया।


अशोक के पिता भानुदास रिटायर्ड हो चुके हैं, और अशोक परिवार मे कमानेवाला एकमात्र एकमात्र व्यक्ती था। उसके इलाज का खर्चा २ लाख ६७ हजार के करीब जा चुका है। रोकडे परिवार से टीवी जर्नलिस्ट असोसिएशन के पास मदद की अर्जी आ चुकी है, जिसके बाद कार्यकारिणी ने परिवार को १० हजार रुपए की मदद करने का फैसला किया है।

अगर आप को इस पर आपत्ती हो तो ३० जुलाई २००८ से पहले हमें सूचित करें।


प्रसाद काथे

महासचिव

गुरुवार, 3 जुलाई 2008

मिडियाकर्मी फिर बने निशाना

विद्यार्थी भारती इस संगठन का आंदोलन कवर करने पहुंचे पत्रकारों को आज फिर एक बार निशाना बनना पडा. इस बार पत्रकारों पर निशाना साधनेवाले कोई और नहीं खुद श्री. अमृते, श्री. घाडीगांकर और श्री. तायाडे ये वरिष्ठ पुलिस अधिकारी थे. पुलिसवालों की इस मनमानी का शिकार बने न्यूज २४ के श्री विनोद जगदाले और उनके कैमरामैन अजय परमार.
संगठन के महासचिव श्री प्रसाद काथे, कार्यकारिणी सदस्य श्री कमलेश सुतार अन्य १० सदस्यों के साथ जब खुद इस मामले की शिकायत करने मरिन ड्राइव पुलिस थाने पहुंचे तब शिकायत दर्ज करने से भी मना कर दिया गया.
आखिर में इलाके के डीसीपी श्री विश्वास नांगरे पाटिल को शिकायत सौपनी पडी. उन्होने संबधित अधिकारियों पर २ दिन में कार्रवाई का भरौसा दिलाया हैं

हाल ही में ज़ी न्यूज के कैमरामैन प्रकाश चौहान को भी बी एस पी के बेवजह गुस्साए कार्यकर्ताओं की मार झेलनी पडी थी. गौरतलब है की वारदात को स्थानीय पुलिस अधिकारी श्री टेमकर के सामने अंजाम दिया गया और वे देखते रहे. इस मामले को भी संगठन ने उठाया है.
अगर इन मामलों में प्रशासन की लापरवाही या लीपापोती सामने आती है तो उसे कदापी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.